Thursday, 28 August 2014

धन्वन्तरि स्त्रोतस

धन्वंतरि स्तोत्रम

प्रचलि धन्वंतरी स्तोत्र इस प्रकार से है।
ॐ शंखं चक्रं जलौकां दधदमृतघटं चारुदोर्भिश्चतुर्मिः।
सूक्ष्मस्वच्छातिहृद्यांशुक परिविलसन्मौलिमंभोजनेत्रम॥
कालाम्भोदोज्ज्वलांगं कटितटविलसच्चारूपीतांबराढ्यम।
वन्दे धन्वंतरिं तं निखिलगदवनप्रौढदावाग्निलीलम॥

धन्वन्तरि स्त्रोतस का नियमित जप करने से रोगो से मुक्ति मिलती है .

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