धन्वंतरि स्तोत्रम
प्रचलि धन्वंतरी स्तोत्र इस प्रकार से है।
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- ॐ शंखं चक्रं जलौकां दधदमृतघटं चारुदोर्भिश्चतुर्मिः।
- सूक्ष्मस्वच्छातिहृद्यांशुक परिविलसन्मौलिमंभोजनेत्रम॥
- कालाम्भोदोज्ज्वलांगं कटितटविलसच्चारूपीतांबराढ्यम।
- वन्दे धन्वंतरिं तं निखिलगदवनप्रौढदावाग्निलीलम॥
- धन्वन्तरि स्त्रोतस का नियमित जप करने से रोगो से मुक्ति मिलती है .
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